कानून ने बाल यौन उत्पीड़न के अपराध को दो मानदंडों के आधार पर विभिन्न प्रकार बनाए हैं:
1. विभिन्न प्रकार की कार्रवाई और तरीकों पर, जिसके द्वारा बच्चे का यौन उत्पीड़न किया गया है,
गैर शारीरिक
- कोई गैर-शारीरिक यौन व्यवहार, जो इशारे, कथन और दृश्यों के माध्यम से किया गया हो।
- बाल अश्लील चित्रण से संबंधित सृजन, वितरण, संचारण, प्रकाशन या कोई अन्य गतिविधियाँ।
शारीरिक
- लैंगिक दृष्टि से अनुचित तरीके से बच्चे को छूना।
- लिंग या किसी अन्य वस्तु का बच्चे के अंदर घुसाने का कृत्य।
अपराध करने वाले व्यक्ति की विशिष्टता के आधार पर।
- उस व्यक्ति द्वारा यौन कर्म करना, जिस पर बच्चे का विश्वास हो, या जिसका बच्चे पर अधिकार हो।
यदि आप कोई यौन अपराध करने की कोशिश भी करतेेे हैं, तो कानून के अधीन ऐसा करना भी अपराध है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अपराध वास्तव मेंं किया गया था या अपराधी इस प्रयास में असफल रहा, इस तरह का प्रयास ही आपको इस अपराध के लिए उत्तरदायी ठहराएगा।