आपकी पहचान प्रमाण के लिये, जारी किये जाने वाले किसी भी सरकारी दस्तावेज़ के लिए, आपको अपना आवास प्रमाण पत्र देना होगा, जिस पर या तो आपका स्थायी पता होगा, या आपका संपर्क पता होगा। आप जिस पहचान प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर रहे हैं, या उसे अपडेट करा रहे हैं, उसके लिए आप, नीचे दी गई सूची में से किसी भी दस्तावेज़ का उपयोग कर सकते हैं:
आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट
- बैंक/ पोस्ट ऑफिस का पत्रक (Statement)/ पासबुक
- जिसके लिये आप आवेदन कर रहे हैं, उसके आधार पर आप पासपोर्ट, पैन कार्ड और आधार कार्ड में से, अन्य दो विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप आधार कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो आप अपने पैन कार्ड या पासपोर्ट का उपयोग अपने आवास के प्रमाण के लिए कर सकते हैं।
- राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस
- बीमा योजना
- अशक्तता (Disability) पहचान पत्र/ बाधाग्रस्त (Handicapped) चिकित्सा प्रमाण पत्र
- संपत्ति कर रसीद (1 वर्ष से अधिक पुराना नहीं)निम्नलिखित दस्तावेजों में कोई भी, लेकिन वह 3 महीने से अधिक पुराना न होः
- बिजली का बिल
- पानी का बिल
- टेलीफोन लैंडलाइन बिल
- क्रेडिट कार्ड का पत्रक
- गैस कनेक्शन बिल
आधार, पैन कार्ड और पासपोर्ट के लिए आवास प्रमाण की पूरी सूची के लिए यहां देखें।
मतदाता पहचान पत्र
- बैंक/ किसान/ पोस्ट ऑफिस पासबुक
- राशन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस
- आयकर रिटर्न/असेसमेंट ऑर्डर
- उस पते के लिए, नवीनतम पानी/ टेलीफोन / बिजली/ गैस कनेक्शन बिल, जो या तो आवेदक के नाम पर हो, या उसके करीबी सगे-संबंधी, जैसे उसके माता-पिता, आदि के नाम पर हो।
- दिए गए पते पर, आवेदक के नाम पर, पोस्टल डिपार्टमेंट की पोस्ट रिसीव हुई हो, या डिलीवर हुई हो।
ड्राइविंग लाइसेंस
- राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र
- जीवन बीमा पॉलिसी
- केंद्र/ राज्य सरकार, या किसी स्थानीय निकाय के किसी भी कार्यालय द्वारा जारी वेतन पर्ची (पे स्लिप)
- पोस्ट ऑफिस/ बैंक पासबुक (जिसमें आवासीय पता दिया हो)
- घर का टैक्स रसीद, विवाह प्रमाणपत्र, आयकर रिटर्न
- ड्राइविंग लाइसेंस के लिये, आवास प्रमाण की एक पूरी सूची के लिए यहां देखें।
राशन कार्ड
राशन कार्ड बनवाते समय आवास प्रमाण के संबंध में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है। हालांकि, स्वीकार किए जाने वाले कुछ सामान्य दस्तावेज इस प्रकार हैं
- यदि आप मकान मालिक हैं तो रजिस्ट्रेशन डीड, अलॉटमेंट लेटर, पावर ऑफ अटॉर्नी, हाउस टैक्स रशीद, आदि।
- यदि आप किरायेदार हैं, तो मकान मालिक द्वारा ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ (एनओसी), किराये का एग्रीमेंट, आदि।
अधिक जानकारी के लिए इस सरकारी संसाधन को पढ़ें